Sunday, August 3, 2014

अपनी मीटी छोड कर बाहर रहना हैं हमे...

अपनी मीटी छोड कर बाहर रहना हैं हमे...
घर की याद नहीं... पैसे केलिये काम करना हैं हमे
इतना तो कभी सोचा होता... की कोई वहाँ इंतज़ार मैं हैं
घूम आना सारी दूनिया...
मगर याद रखना मरना तो अपनी मीटी मैं है...

महप्रसाद मिश्रा

Happy Friendship Day !!!


New Blog Page Created (https://immahaprasad.wordpress.com/)

I have created a new blog page which will have new posts.  You may pls visit my new blog for updates ! URL : https://immahaprasad.wordp...